Sunday 5 July 2015

कालम



कालम (कालमेजुथु) इस कला का एक विचित्र रूप है जो केरल में दिखाई देता है। यह अनिवार्य रूप से एक आनुष्‍ठानिक कला है जिसका प्रचलन केरल के मंदिरों और पावन उपवनों में जहां फर्श पर काली देवी और भगवान अथवा के चित्र बनाए जाते हैं। 'कालम' के स्‍वरूप कारकों को ध्‍यान में रखने की जरूरत होती है जैसे कि मंदिर अथवा पावन उपवन के मुख्‍य देवता, कालमेजुथु के अनुष्‍ठान का धार्मिक प्रयोजन और इसे सम्‍पन्‍न करने वाली एक खाख जाति। प्रत्‍येक मामले में इस कला के नियमों का कठोरता से पालन करते हुए नमूनों, सूक्ष्‍म ब्‍यौरों, आयामों और रंग योजना के बारे में निर्णय लिया जाता है। अवसरों के अनुसार इनके नमूने काफी भिन्‍न-भिन्‍न होते हैं परन्‍तु कलाकार द्वारा चुने गए नमूने विरले ही होते हैं।

कालमेजुथु के चित्रण प्राकृतिक रंग द्रव्‍यों और चूर्णों का प्रयोग किया जाता है और सामान्‍यत: ये पांच रंगों में होते हैं। चित्र केवल हाथों से बनाए जाते हैं और इनमें किसी अन्‍य का प्रयोग नहीं होता। तस्‍वीर बनाने का कार्य मध्‍य से शुरू किया जाता है और फिर एक-एक खण्‍ड तैयार करते हुए इसे बाहर की ओर ले जाते हैं। चूर्ण को अंगूठे और तर्ज़नी की मदद से चुटकी में भरकर एक पतली धार बनाकर फर्श पर फैला दिया जाता है। बनाए गए चित्रों में सामान्‍यत: क्रोध अथवा अन्‍य मनोवेगों की अभिव्‍यक्ति की जाती है। सभी चूर्ण और रंग द्रव्‍य पौधों से तैयार किए जाते हैं जैसे कि सफेद रंग के लिए चावल के चूर्ण, काले रंग के लिए जली हुई भूसी, पीले रंग के लिए हल्‍दी, लाल रंग के लिए नीबू और हल्‍दी के मिश्रण और हरे रंग के लिए कुछ पेड़ों की पत्तियों को प्रयोग में लाया जाता है। तेल से प्रदीप्‍त लैम्‍पों को कुछ खास-खास स्‍थानों पर रखा जाता है जिससे रंगों में चमक आ जाती है। कालमेजुथु कलाकार सामान्‍यतया कुछ समुदायों के सदस्‍य होते है जैसे कि करूप, थय्यपाड़ी नाम्बियार्स, थियाडी नाम्बियार्स और थियाड़ी यूनिस। इन लोगों द्वारा बनाए गए कालमों की अलग-अलग विशेषता है।

निजामाबाद,

निजामाबाद, उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ जिले में अपने काले मिट्टी के बर्तनों के लिए प्रसिद्ध है. इस विशेष किस्म उत्कीर्ण चांदी पैटर्न के साथ एक चमकदार काले रंग की सतह सुविधाएँ. मिट्टी के बर्तनों के इस तरह बनाने की कला गुजरात के कच्छ क्षेत्र में जन्म लिया है. यह मुगल सम्राट औरंगजेब के शासनकाल के दौरान निजामाबाद में लाया गया है माना जाता है.
एक बर्तन में एक विशेष वनस्पति सामग्री के साथ मिश्रित मिट्टी की एक पतली तरल पदार्थ में डूबा हुआ है. सूखने पर बर्तन भट्ठी में पके हुए जब सतह पर एक काले रंग का उत्पादन जो एक सब्जी सामग्री, साथ पॉलिश है. पैटर्न सतह पर उत्कीर्ण हैं और पारा एक रजत देने के
लिए उन्हें में लागू किया जाता है........